हाल ही में झांसी के एक सरकारी अस्पताल में आग लगने से कई मरीजों और उनके रिश्तेदारों के मन में डर पैदा हो गया है।समझा जाता है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक घटना की जांच करने पहुंचेंगे तो तुरंत अस्पताल प्रशासन ने परिसर की सफाई के लिए हंगामा शुरू कर दिया।
अस्पताल के मुख्य द्वार के पास और आग प्रभावित इलाकों में विशेष सफाई अभियान चलाया गया। क्षेत्र में चूना छिड़क कर सफाई की गयी।हालाँकि, इस कृत्य से समाज में कई लोग परेशान हैं।प्रशासन की इस कार्रवाई पर स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कड़ी नाराजगी जताई है।
सामान्य स्थिति में अस्पताल परिसर की सफाई क्यों नहीं की जाती है। ये सवाल कई लोगों ने उठाया है।स्थानीय लोगों की मांग है कि उपमुख्यमंत्री के दौरे के कारण स्वच्छता को प्राथमिकता दी जाए और मरीज व परिजनों की स्थिति का भी ध्यान रखा जाए।
इस बीच, प्रशासन को आग की घटना के संबंध में जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है।हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ढिलाई पर सवाल उठ रहे हैं।
किसी राजनीतिक नेता के दौरे को जनता की समस्याओं को महज सतही इलाज देना बंद करना चाहिए। ऐसी आक्रोशपूर्ण भावना नागरिकों ने व्यक्त की है।
(सबका ध्यान इस ओर गया है कि क्या यह घटना प्रशासन के लिए कोई सबक होगी।)
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