ठंड में क्यों बढ़ जाता है स्ट्रोक का खतरा? अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली में ये बदलाव करे।

ठंड में

सर्दियों में ठंड का मौसम स्वास्थ्य पर अलग-अलग तरह से प्रभाव डालता है। ठंड के मौसम के कारण शरीर में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं।इससे रक्तचाप बढ़ जाता है और मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है।इससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है जो मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति अचानक बंद हो जाने के कारण होती है।सर्दियों में इस खतरे से बचने के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव जरूरी हैं।

ठंड के मौसम में स्ट्रोक का खतरा बढ़ने के कारण

१. रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं।
ठंडी हवा रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देती है जिससे हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है।और रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है।

२. रक्तचाप में वृद्धि।
ठंड का मौसम रक्तचाप बढ़ाता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

३. शारीरिक गतिविधि में कमी.
बहुत से लोग ठंड में बाहर निकलने से बचते हैं, जिससे शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है और वजन बढ़ने लगता है।

४. निर्जलीकरण
सर्दियों में कम पानी पीने से शरीर में तरल पदार्थ का स्तर कम हो जाता है।इसकी वजह से इसका असर खून के थक्के पर पड़ता है।

अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली में ये बदलाव करें।

१. ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखें।
नियमित रूप से रक्तचाप की जाँच करें और अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार देखभाल और उपाय करें।

२.संतुलित आहार लें।
अपने आहार में हरी सब्जियां और ओमेगा थ्री फैटी एसिड शामिल करें।तैलीय भोजन से बचें।

३.नियमित रूप से व्यायाम करें।
ठंड में भी हर दिन 30 मिनट पैदल चलें या हल्का व्यायाम करें।

४. धूम्रपान और शराब से बचें।
इनसे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

५. पर्याप्त नींद।
प्रतिदिन सात से आठ घंटे की आरामदायक नींद महत्वपूर्ण है।

  1. बहुत सारा पानी पीना।
    ठंड के मौसम में भी अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब पानी पिएं।

७. तनाव को कम करें।
कोई उपयुक्त ध्यान या पसंदीदा शौक अपनाकर मन की शांति पाएं।

८. सर्दी से बचाव करें।
गरम कपड़े पहनें और शरीर का तापमान नियंत्रण में रखें।

लक्षणों पर ध्यान दें

स्ट्रोक के शुरुआती लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है।यदि आपको चेहरे का झुकाव, हाथ या पैर में कमजोरी, अस्पष्ट वाणी, अचानक चक्कर आना या सिरदर्द का अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर से मिले।

निष्कर्ष

हालांकि यह सच है कि ठंड के मौसम में स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन उचित देखभाल से इस जोखिम को कम किया जा सकता है।संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ आदतें मस्तिष्क को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती हैं।इसलिए सर्दियों में अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें।

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